DAINIKMAIL EXPOSE सी टी में कैसे घुसी ए के 47 और विस्फोटक सामग्री? अगर सी टी में ही कर देते कांड तो क्या होती? किसने दी सी टी मैनेजमेंट को इतनी जानों का रिस्क उठाने की अनुमति? जालंधर पुलिस के इवेंट स्पांसर करने वाले C T GROUP पर कैसे करे पुलिस कार्रवाई की उम्मीद, पढ़े क्या बोले पुलिस कमिश्नर
जालंधर का सी टी ग्रुप कैसे इतनी जिंदगियों का रिस्क उठा रहा था. क्या सी टी में पढ़ने के लिए रहने वाले हजारों स्टूडेंट सुरक्षित है? जिस तरीके से पुलिस ने सी टी के होस्टल से बुधवार को बरामदगी उससे तो यह जवाब नहीं ही लगता है. सी टी के अंदर कैसे एे के 47 और विस्फोटक सामग्री चली गई? मुंबई में आतंकी हमलों के बाद यह बात तो साफ है कि आतंक का कोई धर्म, कोई जगह नहीं होती उनका काम सिर्फ दहशत फैलाना होता है.तो ऐसे में यदि गिरफ्तार आरोपी कैंपस के अंदर ही कोई कांड कर देते तो जानी नुकसान कितना होता उसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता. सी टी में देश और विदेशों के छात्र पढ़ते है मगर क्या यहां सिक्योरिटी का कोई इंतजाम नहीं? कैसे अंदर इतने खतरनाक हथियार और विस्फोटक सामान पहुंचा? समय रहते जेएंडके पुलिस इनपुट न देती तो शायद यह लोग यहीं कोई कांड कर देते. सी टी की लापरवाही साफ नजर आती है. हालांकि सीटी ग्रुप ने अपना पक्ष रखते हुए यही कहा कि पुलिस अफसरों का जब संपर्क हुआ तो उन्होंने कार्रवाई के लिए पूरा सहयोग किया. सीटी ग्रुप के चन्नी तो यहीं तक कह गए कि प्राइवेसी के कारण चैकिंग नहीं करते. पर यह सवाल बहुत बड़ा है कि जो परिजन अपने बच्चों को अपनी पूंजी लगा कर यहां शिक्षा हासिल करने भेज रहे थे, उन्होंने अपने बच्चों की जिंदगी का कितनी बड़ा रिस्क लिया. अब सबसे बड़ा सवाल जालंधर पुलिस के माडल टाउन में होने वाले WOW इवेंट का स्पांसर भी सी टी ग्रुप है. शायद यही वजह है कि इस संबंध में दर्ज एफआईआर मे सी टी ग्रुप पर लापरवाही का कोई चार्ज नहीं लगाया गया है. जालंधर के पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सी टी में यह सामान अंदर जाना चिंता का विषय है. इस एंगिल पर भी जांच होगी और यदि कोई लापरवाही पाई गई तो यह जांच का विषय होगा. खैर कमिश्नर साहिब ने फिलहाल जांच के नाम पर वक्त लेकर मामला टाल दिया है मगर देखना होगा कि जालंधर पुलिस के इवेंट स्पंसर करने वाले सी टी ग्रुप पर किस तरह की जांच पुलिस करती है.